Udaipur LPG उपभोक्ताओं को ई-केवाईसी जरूर करवाना चाहिए नहीं तो सिलेंडर की सप्लाई में आएगी दिक्कत

10:48 AM May 08, 2024 | Suraj Bunkar

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर घरेलू एवं कॉमर्शियल गैस उपभोक्ताओं को चिह्नित करने के लिए शुरू किए गए EKYC अभियान के तहत अब गैस उपभोक्ताओं को यह काम कराना अनिवार्य होगा। ऐसा नहीं करने वाले उपभोक्ताओं के आने वाले समय में कभी भी गैस सिलेंडर की सप्लाई बाधित की जा सकती है। वैसे इसके लिए अभी कोई तारीख तय नहीं की है। पेट्रोलियम मंत्रालय और तेल कंपनियों ने सभी घरेलू एलपीजीउपभोक्ताओ को अपना EKYC- बायोमेट्रिक सत्यापन करवाना अनिवार्य किया है। नवम्बर महीने में इस संबंध में जारी किए गए निर्देश के बाद अब इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए सख्ती अपनाने जा रहे है। ई केवाईसी कराने के दौरान जिस व्यक्ति के नाम से गैस कनेक्शन है उसका स्वयं उपस्थित होना अनिवार्य होगा। उदयपुर की बाठेड़ा गैज एजेंसी के संचालक अमित भाणावत बताते है कि उपभोक्ताओं को ई केवाईसी के लिए जागरूक कर रहे है। उनका कहना है कि समय पर यह काम करवा लिया जाएगा तो उपभोक्ताओं को बाद में परेशान नहीं होना पड़ेगा।


EKYC कराने के पीछे ये मकसद

ऐसे ग्राहक जिनकी मृत्यु हो गयी है उनको सूची से अलग करना
ऐसे उपभोक्ता जो दूसरी जगह रहने लग गए है उनका चिन्हिकरण करना
सब्सिडी संबन्धित मामलो का नियमितीकरण करना
जिसके नाम कनेक्शन उसकी मृत्यु हो गई तो ट्रांसफर करवा ले
अगर परिवार में जिसके नाम गैस कनेक्शन है और उनकी मृत्यु हो गई है तो उपभोक्ताओं को उनके परिवार के सदस्य के नाम तय प्रक्रिया अपना कर गैस कनेक्शन उनके नाम ट्रांसफर करवाना होगा। इसके बाद उनके नाम पर ई केवाईसी हो जाएगी।

सुरक्षा जांच भी की जाएगी, ये रहेगा प्रोसेज

इसके साथ ही सभी एलपीजी उपभोक्ताओ को अपने एलपीजी कनेक्शन की सुरक्षा जांच करवाना भी अनिवार्य है। एलपीजी वितरक के अधिकृत व्यक्ति द्वारा यह काम किया जाएगा। सुरक्षा जांच के दौरान उपभोक्ता के एलपीजी इन्स्टालेशन की जांच करने के साथ ही उपभोक्ता को एलपीजी के उपयोग से संबंधित सुरक्षा नियमों की जानकारी भी दी जाएगी जिसके लिये ग्राहक से कोई भी फीस नहीं ली जाएगी।
अगर उपभोक्ता द्वारा उपयोग में ली जा रही एलपीजी सुरक्षा होज खराब या एक्सपायर हो चुकी है उस स्थिति में सुरक्षा होज को मात्र 150 रुपए में बदला जाएगा। पूरी सुरक्षा जांच का उद्देश्य एलपीजी उपयोग के समय हो रही असावधानी से उपभोक्ताओं को अवगत करवा के एलपीजी से होने वाली दुर्घटनाओं को नियंत्रित करना है। सुरक्षा जांच की वैधता सत्यापित करने के लिये उपभोक्ता के नंबर पर ओटीपी आएगा जो सुरक्षा जांच करने आए आधिकृत व्यक्ति को देने पर ही ऑनलाइन सुरक्षा जांच पूरी होगी।