Udaipur डेयरी की जगह प्लांट प्रोडक्ट अपनाकर स्वास्थ्य और पर्यावरण को संतुलित किया जा सकता

11:37 AM May 08, 2024 | Suraj Bunkar

उदयपुर न्यूज़ डेस्क, उदयपुर वेज वॉयज फाउंडेशन और होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी के सहयोग से शहर के लोगों के लिए तीन दिवसीय प्लांट बेस्ड राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू हुई। कार्यशाला के पहले दिन यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस में आयोजित सत्र में देशभर से आए विशेषज्ञों ने बताया कि आज के दौर में शाकाहारी उत्पाद क्यों जरूरी हैं। कार्यशाला की शुरुआत में उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर सुनीता मिश्रा रहीं। यूनिवर्सिटी की कुलपति मिश्रा ने तकनीकी तौर पर स्वास्थ्य पर पोषण के प्रभाव को समझाया और मानव जीवन के लिए जरूरी दैनिक कैलोरी पर भी जोर दिया।

उन्होंने कहा कि हमें यह देखना होगा कि हम प्लांट बेस्ड उत्पादों की जगह शाकाहारी उत्पादों को कैसे अपना सकते हैं। इस अवसर पर भंवर बाईसा मोहलक्षिका कुमारी मेवाड़ ने कहा कि आने वाले समय में यह चलन बनने जा रहा है। प्रबंध अध्ययन संकाय की निदेशक प्रोफेसर मीरा माथुर ने कहा कि छात्रों के लिए यह कार्यशाला रसोइयों के शाकाहारी विशेषज्ञता में मील का पत्थर साबित होगी। कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर हनुमान प्रसाद ने छात्रों का आह्वान किया कि वे न केवल स्वयं भरपूर मात्रा में वनस्पति आधारित व्यंजनों का उपयोग करें बल्कि आम जनता में भी इसके प्रति जागरूकता लाने का प्रयास करें, जिससे न केवल स्वास्थ्य को लाभ होगा बल्कि पर्यावरण संतुलन में भी मदद मिलेगी। एनिमल क्लाइमेट एंड हेल्थ सेव फाउंडेशन ऋषिकेश की अंतरराष्ट्रीय शेफ जय लक्ष्मी राय और संस्थापक अपराजिता आशीष ने छात्रों को वॉयेज प्लांट बेस्ड रेसिपीज की जानकारी दी।